आये घर से निकल जो बाहर सारे सिग्नल तोड़ दिए। दीप जलाने को बोला था मीत पटाखे फोड़ दिए।। राह किनारे आ आ कर क्यों जग के दुश्मन बनते हो? क्या अपने परिवार से अपनों से सब रिश्ते छोड़ दिए दिए जलाओ