उन्हें मिलना था भाग - ९ अंशु जो अंदर से ढीठ और बाहर से बेपरवाह था उसे पहचानने में कभी चूक नहीं हुआ है समापिका से,परन्तु उसको ना पहचानने के बहाने जैसे खुद की पहचान छुपाना होता है।वो तो भुल गई थी उसकी गलती, अंशु के साथ किया हुआ अन्याय।खुद की अंदर के डर में अंशु से नफ़रत का परत चड़ाना जैसे एक मात्र उपाय उसके लिए। मन तो था उस कपी को उसी के मुंह में मार देगी,परन्तु उसे उसी के साथ रहकर उसे हराना था। अंशु कुछ बिना बात किए चला गया जो कि ताजुब की बात है। सारे सीनियर्स,क्लास मेट्स और टीचर्स के बीच में एक राउंड टेबल। उसमें सारे