प्रेम के बंधन में श्याम हर पल यूं बंधते रहे, कभी राधा के प्रीत में डूबे, तो कभी मीरा के दिल में बसते रहे। कभी गोपियों के कान्हा बने , कभी रुक्मणी के कन्हैया, यूंही प्रेम धारा में बहते, सूदामा संग हंसते रहे। प्रीत में खोई बांसूरी से वो गोकूल का मन भी मोह गए, कभी पर्वत को वो हाथ लिए, कभी नाग पे तांड़व किए। प्रेम कि नई दिशा दिखाकर हजारों दिल में बसते रहे, वो माखन चोर कृष्ण कन्हैया यूंही प्रीत में बंधते रहे। #happyjanmashtami #dahihandi #belatedpost #yqwriter #yqbaba #yqdidi #yqdada