|| होली आज आई है || होंठ-होंठ खिले फाग नैन-नैन प्यार राग मन-मन उछाह भरे बहक ठुमक छाई है होली आज आई है होली आज आई है लाल कमल पुलक खिले पलाश दहक-दहक फूले दरस- परस मन तरसे सजनी याद आई है होली आज आई है होली आज आई है ढपर-ढपर थाप पड़ी अल्हड़ता घुमड़ उड़ी अबीर औ गुलाल से हुरियारा रास मची साजन के नैनों में सजनी यूं समाई है होली आज आई है होली आज आई है होली के रंग उड़े चलीss पिचकारी है मन भींगा तन भींगा प्रेम की दुहाssई है होली आज आई है होली आज आई है होंठ-होंठ खिले फाग नैन-नैन प्यार-राग मन-मन उछाह भरे बहक ठुमक छाई है होली आज आई है होली आज आई है ---शीलकांत पाठक #होली आज आई है || होंठ-होंठ खिले फाग नैन-नैन प्यार राग मन-मन उछाह भरे बहक ठुमक छाई है होली आज आई है होली आज आई है