बिन चाबी के होते हैं यहाँ किस्मत के ताले खुल जाये तो मौज उड़ा ले नहीं तो बेटा नींद उड़ा दे यही जीवन का खेला हैं दुनिया मौत का मेला हैं जीवन में अनेक फूल खिलते हैं गरीबी अमिरी नसीब से मिलते हैं कहीं झोपड़ी किसी के महल हैं आसियाना सारे परिंदे एक हैं शमशान में जाकर देखों यारों मरघट की पहचान एक हैं टूट जाते सारे अरमान के पन्ने नीचें जमीं ऊपर कारबारी गन्ने..!! ©Ram babu Ray बिन #चाबी के होते हैं यहाँ #किस्मत के ताले खुल जाये तो मौज उड़ा ले नहीं तो बेटा नींद उड़ा दे यही जीवन का खेला हैं दुनिया मौत का मेला हैं