गांधी जयंती पर विशेष भेंट 'गांधी एक विचारधारा का नाम है जो अपने विचारों के साथ आज भी हमारे बीच मौजूद है ' इनसान मरता है विचार नहीं । यदा _यदा हि धर्मसय;; जब जब मनुष्य समाज नैतिकता से मुंह फेर कर वैचारिक तौर पर मूरछित होकर चारित्रिक तौर पर नपुसंकता को प्राप्त करके अपने आपको दीन हीन असहाय मानकर मर्त्यतुलय हो जाता है तब ऐसे महापुरुष जन्म लेते है जो अपने विचारों की शक्ति से मुर्दों में जीवित होने की अनुभूति पैदा करनेवाले होते है जब तक विचार जीवित है तबतक मानव समाज जीवित है ।