जब से पड़ा इश्क में तुम्हारे किसी भी काम का ना रहा फिरता मैं नाकारा रहा... मैं तुम्हारा.. मैं तुम्हारा.. मैं तुम्हारा रहा.. जान मुश्किल में है तो क्या पास वक़्त कम है तो क्या रूह से नाता हमारा रहा.. मैं तुम्हारा.. मैं तुम्हारा.. मैं तुम्हारा रहा.. #मैतुम्हारारहा #शब्दोंकीनगरी #shabdokinagari #dilbechara