अगर है कोई तो हम सा ना होगा। फिक्र बढ़ना मुलाजिम है। वाबस्ता-ए-बुनियाद झूठ पर टिकी है तो यह कहना भी मुलाजिम है। एहमियत अपनों से जुड़ी हो तो बड़ी फिक्र होती है। पहली लाइन का मतलब यही है। ये मतला बड़ा गजब बात है इसे छेड़ने में बड़ा मजा आया। गुस्ताखी माफ जी।🙋♂️🤝✍️ Shubham Hirode #yqdidi #bestyqhindiquotes #collab #yqbaba #झूठे_लोग #वाबस्ता #रिश्ते #yourquoteandmine Collaborating with Shruti Tiwari