एक शख्स था सीधा-साधा मैं, कोशिश करने में ना आधा मैं.. थे दर्द हजारों सीने में, दुख के बादल थे जीने में.. ये चहरा ना होने दिया उदास, कल सब अच्छा होने की थी आस.. ये सिलसिला बढ़ता ही रहा कभी बेइज्जत हुआ तो कभी पिटता रहा.. लाचार सी इस दुनिया में कोई था जिसपे यकीन था वो भी खावों को मार चला उसका भी ना कोई दीन था है जनम हुआ फिर से मेरा, अब दोस्त बना है अंधेरा.. #selfish #21f #joker