Fall in love #एक_मतला_और_दो_शेर अजी हमसे पूछिये दौरे - इशरत में फज़ीहत क्या है उसकी फुरकत में दिल की बैचेनी औ अज़ीयत क्या है हम जहाँ बिछड़े थे वहाँ की ख़ाक जबीं पे सजाती होगी वो मुझे भूल गयी फिर इसका रंज क्या शिकायत क्या है उसने मेरी तस्वीर मेज से हटा, अलमारी में छिपाई होगी इससे पाकीज़ा किसी की यादों की हिफाज़त क्या है © दिनेश शर्मा , 02.10.2019 , 10:40 AM दौरे इशरत = सुख समृद्धि का समय, अज़ीयत = दुख , पीड़ा जबीं = माथा #अज़ीयत, #जबीं #शिकायत