तुम दोस्त बेशक हो मगर किस दोस्ती के हक़दार हो वक़्त आने पर याद करना, क्या ज़्यादा समझदार हो साल के कुछ दिन तुमने तय कर लिए हैं एक मेरा जन्मदिन और कुछ त्योहार याद कर लिए हैं सोचते हो कि दोस्ती का मतलब ख़ुशी में साथ देना होता है मगर दोस्त तो वही है जो ग़म में हमेशा आगे होता है नम्बर लेना और नम्बर देना तो अजनबियों के साथ भी हो जाता है दोस्त वही है जो आधी रात में फ़ोन घुमा देता है माना कि सौ में दस दोस्त एक ग्रूप बन जाते हैं मगर दिल की बात किसी एक से ही कर पाते हैं यूँ ही नहीं सच्चे दोस्त बन जाते हैं इज़्ज़त के साथ बेज्जती करना बस दोस्त को आता है बाक़ी सब को तो बारिश में आग जलाना भाता है ख़ैर ज़िंदगी मेरी है, तो तुमसे पूछ कर तो चलेगी नहीं दोस्ती दो लोगों की होती है एक के निभाने से निभेगी नहीं तुम इस भरोसे बैठे रहो कि किसी दिन तुम्हारे काम आजाऊँ ज़्यादा बैठे मत रहना मेरे दोस्त, क्या पता किसी दिन अलविदा कह जाऊँ #love_for friend #nojoto #dost_e_gurur