यदि दुर्भाग्यपूर्ण कि पद्म सम्मान एक बार विवाद का विषय बना दिया गया पदम सम्मान की घोषणा होते ही पहले पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री एवं माकपा नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य ने उसे लेने के इनकार कर दिया ऐसा करके उन्होंने मोदी सरकार के प्रति केवल अपनी आरुषि ही नहीं प्रदर्शित की बल्कि राष्ट्रीय सम्मान के प्रति भी अपनी विरक्त का परिचय दिया उन्होंने ऐसे तब किया जब पदम सम्मान की सार्वजनिक घोषणा के पहले उनके पति को इस बारे में सूचित कर दिया गया था रानी नहीं है कि उन्होंने पदम सम्मान टू कराने का फैसला पार्टी नेताओं के दबाव में लिया सच जो भी हो उनका फैसला ही है एक गीत कराता है कि राजनीति मतभेद होने किस प्रकार विदेशी गर्भ धारण कर लिया और किसी राष्ट्रीय प्रति भी उसकी चपेट में आ रहे हैं अच्छा हो सकेगी उन्होंने उनके साथियों को यह आभास हो गया कि पदम सम्मान ठुकराना ना केवल घोर राजनीति और शुद्धता का परिचय दे रहे हैं बल्कि सम्मान और अपमान भी कर रहे हैं ©Ek villain # राष्ट्रीय सम्मान का निरादर #BookLife