राज़- ए- उल्फ़त सरेआम हो गया है पाक - ए- मुहब्बत बदनाम हो गया है। इश्क़ करने वालो के कभी झांकी निकल रही थी आज उनके जनाजा निकालने की आलम हुआ है। कभी जात पात तो कभी उच नीच का भाव बेरहमी से इश्क़ को निगलना अब आम हो गया है। जज़्बात को दिल की जमीन पर दफ़न कर एहसासों की कतल अब आम इंतकाम हो गया है। अब कोई जरूरत नहीं बंदूक़ और गोली की मुहब्बत करने बालों की मौत का इंतज़ाम हो गया है। #yqbaba#yqhindi#love#yqdidi#gazzal