मैं जब भी लौट कर कविताओं तक जाती हूँ तुम्हीं को पाती हूँ जानते हो ऐसा क्यूँ? क्योंकि तुम्हीं हर कविता हो मेरी। # तुम्हीं हर कविता हो मेरी । #paidstory2