आख़िर कर भी क्या सकतें हैं "हृदय" जब अपनों से, सपनों से, क़िस्मत से, वक़्त से और हर लम्हे से अपनीं मुठभेड़ ज़ारी है... -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #MessageToTheWorld #current_situation #मंजुलाहृदय #Rekhasharma #april 26th, 2021