आधी धोती और बिना मास की हड्डी पसली। फिर भी तुमने उनकी खूब बजाई थी ढपली। ढूबे थे वो तो आकंठ सिर्फ अहंकार में बापू, इक अहिंसा के दम पर फिर भी आजादी छिटकली। तेरे संस्कार आज भी जिन्दा हैं किन्तु कमज़र्फ इस राजनीति के आगे देखो आज भी तेरा चश्मा तेरा चरखा फिर क्यूं शर्मिंदा है। #Gandhijayanti #ahinsa #national #Dryday #rastrapitaGandhi #mahatmaGadhi #Qanda