जिस पल को तू मिला था, ऐसा लगा मानो जहां मिल गया बेघर को एक घर मिल गया..। तेरी जुल्फों के साए में बीती थी मेरी हर रात पर आज वो साया मुझसे छीन गया..। आती है तेरी याद तो रो लेता हूं छुप कर इसी बहाने मेरे आंसू कुछ कहानी कह जाते हैं.. करती होगी तू भी इंतजार मेरा, मेरे ख़्वाब अक्सर मुझे ये बताते हैं..।। सच कहूं तो इश्क़ आज भी है और कल भी रहेगा। जब तक आसमां में सूरज और चांद रहेगा। अंत में.... क्या हुआ , अगर मेरा इश्क़ अधूरा रहेगा मुकमल ना हुआ पर मेरा तो रहेगा ।। जिस पल को तू मिला था...... जिस #पल को तू मिला था, ऐसा लगा मानो #जहां मिल गया बेघर को एक #घर मिल गया.. तेरी #जुल्फों के साए में बीती थी मेरी हर #रात पर आज वो #साया मुझसे #छीन गया। आती है तेरी #याद तो रो लेता हूं #छुप कर इसी बहाने मेरे #आंसू कुछ #कहानी कह जाते हैं। करती होगी तू भी #इंतजार मेरा, मेरे #ख़्वाब अक्सर मुझे ये #बताते हैं।