कि दिल के किसी कोने में, यादों का वहीं मंजर- नाच उठती उँगलियाँ मेरी पियानो के रीड पर और थिरकती मदमस्त थाप, गुलाबो! तुम्हारे पैरों की - खचाखच भरे तेरे चाहनेवालों की आवारगी को छेड़ती, उकसाती थप थप! थपाथप! स्टेज पर... tum_aayee_ho @manas_pratyay #tum_aayee_ho © Ratan Kumar