☀️ वो राज़ तमाम, जो रखे हैं हमने दिल के तहखाने में, के आज होंगे बाज़ार ए आम, जब गिरेगी शब महताब से, और दर खुलेंगे मैखाने के। क्या सुनने सब राज़ तुम आओगे? या शब ढलने से पहले, ये शहर छोड़ जाओगे? ये सवालात है अब ज़माने के। 💙nazrat💙 ☀️ #poem #shaya #Love #lovepoetry #Rumi #urdushayari #sepration #onesidedlove #DawnSun