न प्रेम बने न मित्र,पर नाता कोई बीच रहा, पुष्प भरे जैसे इत्र,कुछ तो है जो खींच रहा। ©दीपा साहू "प्रकृति" #dipa_sahu_prakriti #Prakriti_ #deepliner #writer #afsana_dip_s_15 #cg #raipur