"नाइत्तिफ़ाक़ी" रही है अब तलक जिंदगी से मेरी फकत उम्र भर को इत्तेफाक़ो से मेरा याराना रहा किये लाख जतन इक उसको भूल जाने के लिए मेरे एहसासों में फिर भी उसका आना जाना रहा मैं कह नही पाता "अनकहे अल्फ़ाज़" तुमसे अपने तेरा बेवजह रुठ जाना मेरा हर दफह मनाना रहा!! Challenge-143 #collabwithकोराकाग़ज़ 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) (नाइत्तिफ़ाक़ी उर्दू शब्द है जिसका अर्थ है असहमति या मतभेद) #नाइत्तिफ़ाक़ी #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️