Nojoto: Largest Storytelling Platform

किससे कहूं बताते जाना या जो लिखा मिटाते जाना खामोश

किससे कहूं बताते जाना
या जो लिखा मिटाते जाना
खामोशी अपने आँखों कि
होठों पर चिपका जाते हो
रात चांद की मनमानी पर
पहरा कोई लगाते जाना
और सुबह स्वर्णिम किरणों को
हाथों में सिमटा ले जाना
सदावाहिनी नदियों का जल
जिस हिमांक में पलता बढ़ता
सूरज की अंतिम सांसें कुछ
उसको भी गिनवाते जाना
जलता गलता रहा हिमालय
मौसम की अगुआई करता
शीत - उष्ण कितना मथता है
समतल पर जीवन पलता है
कभी वसंत का किस्सा हो तो
इसको ज़रा सुनाते जाना
कोंपल का नन्हा पौधा वो
डाल - पात जो फेंक किलकता
मन के आँगन की माटी का
संजीवन मुठियाते जाना
क्यारी में ये रजकण सौरभ
श्वांस - श्वांस बिखराते जाना
जाते हो बेशक तुम जाना
किससे कहूं बताते जाना


 #toyou #yqquest #yqmoon #yqmusic #yqdesert #yqdesertion #yqlove #yqyouandme
किससे कहूं बताते जाना
या जो लिखा मिटाते जाना
खामोशी अपने आँखों कि
होठों पर चिपका जाते हो
रात चांद की मनमानी पर
पहरा कोई लगाते जाना
और सुबह स्वर्णिम किरणों को
हाथों में सिमटा ले जाना
सदावाहिनी नदियों का जल
जिस हिमांक में पलता बढ़ता
सूरज की अंतिम सांसें कुछ
उसको भी गिनवाते जाना
जलता गलता रहा हिमालय
मौसम की अगुआई करता
शीत - उष्ण कितना मथता है
समतल पर जीवन पलता है
कभी वसंत का किस्सा हो तो
इसको ज़रा सुनाते जाना
कोंपल का नन्हा पौधा वो
डाल - पात जो फेंक किलकता
मन के आँगन की माटी का
संजीवन मुठियाते जाना
क्यारी में ये रजकण सौरभ
श्वांस - श्वांस बिखराते जाना
जाते हो बेशक तुम जाना
किससे कहूं बताते जाना


 #toyou #yqquest #yqmoon #yqmusic #yqdesert #yqdesertion #yqlove #yqyouandme