किताबों का रुतबा, उसमें छुपी महरूमीयत तराजू में तौले गए, ईमान से कहीं ज्यादा है. धर्मों के नशे में अंधे लोग, अपना ही ईमान का बाज दफा का सौदा कर लेते हैं. कहाँ से उपजते हैं ऐसे, जाहिल बागी संस्कार कौन से धर्म के अनुयायी मे फलते हैं. मैंने श्री कृष्ण को भी महाभारत में देखा है सत्संग में भी सत्य झूठ के मार्ग को दर्शाया है स्वयं महादेव विष के घुट को गले पर रमाया है @madrasa_azizia लाइब्रेरी (बिहारशरीफ) ©Rumaisa #madrasalibrary #azizia#biharsharif#nowadays#politics #violence #bihar