जिन्हें बिछड़ना था वो बिछड़ गए... घोंसले वो ख़्वाबों के जाने कब उजड़ गए... पूछता है हर पल ये मन मेरा वो परिंदे जो थे कल तक वो आज किधर गए... जिन्हें बिछड़ना था वो बिछड़ गए... #parindey