भावनाओं के सम्प्रेषण और हृदय के स्पंदनों को सुस्पष्ट अभिव्यक्तियों के रूप में प्रेषण करने वाला हिंदी भाषा से अच्छा कोई और माध्यम है ही नहीं हिंदी भाषा के साहित्य का स्वरूप विस्तार अपने आप में कई देशी विदेशी संस्कृतियों और संस्कारों को समेंटे हुए हैं। हिंदी दुनिया की दूसरी सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषा तो बन गयी है लेकिन अभी इसे अपने ही देश में राजकीय और निजी सेवाक्षेत्रों में भी प्रतिष्ठित होना है। नई पीढ़ी को फ्लुएंट इंग्लिश के साथ धारा प्रवाही हिंदी भाषी को भी सहजता से रोजगार उपलब्ध हो सके। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1056 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।