हसरतें कुछ और हैं, वक़्त की इल्तजा कुछ और, कौन जी सका है जिंदगी को अपनी मर्जी से, दिल चाहता कुछ और हैं, और होता कुछ और है!!!! लेखक - ओमा राम चौधरी ✍️✍️🌹🌹🌹 ╭─❀⊰╯ ╨───────────────────━❥ हसरतें कुछ और हैं, वक़्त की इल्तजा कुछ और, कौन जी सका है जिंदगी को अपनी मर्जी से, दिल चाहता कुछ और हैं, और होता कुछ और है!!!!