जिनके लिए हम रोते हैं, वो आज किसी और के बाहों में सोते हैं। आज भी देखता हूँ मैं उनको जब, तड़प जाता हैं दिल ये मेरा।। पर करूँ मैं क्या सामने मुस्कुराना पड़ता हैं।।। #दिल_की_बात_आपके_साथ #दिल_का_दर्द