स्वच्छ मन अब मैला हो गया, मीठा दर्द अब कसैला हो गया ! जिस बदन की ख़ुश्बू कस्तूरी लगती तुमको, वही ख़ुश्बू अब विषैला हो गया !! #स्वच्छ #मन अब #मैला हो गया, मीठा #दर्द अब #कसैला हो गया ! जिस #बदन की #ख़ुश्बू #कस्तूरी लगती तुमको, वही #ख़ुश्बू अब #विषैला हो गया !!