آج کی ترکیب ہے عمر_رواں جو موجودہ عمر ہوتی ہے اسے عمر رواں کہا جاتا ہے جیسے یہ ایک شعر کچھ نہیں چاہئے تجھ سے اے مری عمر رواں مرا بچپن مرے جگنو مری گڑیا لا دے "نوشی گیلانی" تو آپ بھی کوئی شعر یا نظم لکھیں۔ 'उम्र-ए-रवां" इस तरकीब का मतलब होता है मौजूदा उम्र, बहती हुई उम्र इस तरकीब को अपने किसी शेर या नज़्म में बांधें कुछ नहीं चाहिए तुझ से ऐ मिरी उम्रे-रवां मेरा बचपन मेरे जुगनू, मिरी गुड़िया ला दे..