अगर मरने के बाद भी जीना है,तो एक काम जरूर करना पढ़ने लायक कुछ लिख जाना या फिर लिखने लायक कुछ कर जाना शुभेच्छु:- करण धांधल ©karnaram dhandhal मेहनती अपनी पहचान