ज़िंदगी कई तरह के कर्ज़ में डूबी है। ज़िन्दगी कई तरह के फ़र्ज़ में डूबी है। कुछ रोग ऐसे भी जो ठीक नहीं होते। ज़िन्दगी कई तरह के मर्ज़ में डूबी है। इश्क़ किया तो दिल का क़रार गया। सब्र किया तो ज़ाया इन्तज़ार गया। हमारी ख़्वाहिश मीठा ज़हर बन गई! बड़ी आसानी से ये ज़िन्दगी छलगई। ज़िन्दगी कई तरह के हर्ज़ में डूबी है। ज़िन्दगी कई तरह के कर्ज़ में डूबी है। दवा-दारू दुआ क्या कुछ नहीं देखा ! ज़िन्दगी कई तरह के बर्ज़ में डूबी है। ♥️ Challenge-669 #collabwithकोराकाग़ज़ sona ♥️ की कलम से जी thank you so much for ... Poke...💐💐💐😊 #मीठाज़हर #KKC669 #yqdidi #yqbaba #कोराकाग़ज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़