थोड़ी सी धूप खिले जिंदगी मैं, कबसे अन्धकार ने मुझको घेरा है, रात डराती है मुझको, उम्मीद ने जगाए रखा है मुझको , अभी आना नया सवेरा है, सुप्रभात। थोड़ी सी धूप मिले, मन मेरा भी खिले... #थोड़ीसीधूप #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #thirdquote