नहीं जानते पहुँचना चाहते हैं कहाँ, जाने रहते सदा किस होड़ में हैं #हिन्दी_काव्य_कोश द्वारा आज की 'दो पंक्ति दिल की' कार्यक्रम में एक पंक्ति हिन्दी काव्य कोश द्वारा चित्र पर लिखी हुई दी जाती है, उसकी द्वितीय पंक्ति रचनाकार अपने विवेक के अनुसार उस पोस्ट के कमेंट में लिख सकेंगे।। #tmkosh #हिन्दी_काव्य_कोश #दो_पंक्ति_दिल_की #hkkhindipoetry * निरंतर दैनिक रूप से लिखने वाले रचनाकरों में से हिन्दी काव्य कोश द्वारा पाँच रचनाकरों को उत्कृष्ट लेखन के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।। *रचनाकरों को यह ध्यान रखना होगा कि वे अपनी द्वितीय पंक्ति पोस्ट के कॉमेंट में अवश्य लिखें अन्यथा उनकी पंक्ति इस कार्यक्रम में सम्मलित नहीं हो पाएगी।।