जाने क्यूं अक्सर बदल जाते हैं लोग.... अपना बनाने के बाद परायापन दिखाते हैं लोग... शीशे के घरोंदों को महल बनाने के बाद.... अपने हाथों से सब कुछ चकनाचूर कर जाते हैं लोग.... समंदर के किनारे पे रेत कि ईमारत बनाते हैं पहले.... पर लहरों के आने पर बचा कुछ भी नहीं पाते हैं लोग...... आसमां से चाँद - तारे तोड कर लाने की बात करते हैं.... वैसे तो एक वादा भी निभा नहीं पाते हैं लोग...... ये अहसास भी कितनी अजीब चीज है ना दोस्तों..... तभी तो..... इसे नहीं समझ पाते हैं लोग....... July 31, 2022 ©Astha Raj Dhiren #parayapan