कुछ हार हमें हमारी जीत से बढ़कर हैं, खुद पे घमंड हमें सबसे बढ़कर है | आज शायद कहीं गुमनाम हूं पर आसमान आज भी वही हैं और मेरी दौड़ भी ज़ारी हैं मेरी दौड़ किसी और से नहीं बल्कि ख़ुद से ही हैं मुझे सिर्फ़ खुद से ही जीतना हैं और सिर्फ़ खुद को ही हराना है | Khud se jang