यह जो दरार है ना उस गैर के चलते तेरे मेरे बीच पड़ चुकी है अब तू चाहे भी अगर ना तो इन दरारों को भर नहीं शक्ति आंखों से गिरा हुआ आंसू और रिश्ते में आई हुई दरार और मेरे साथ किया हुआ विश्वासघात कभी कोई वापस पा नहीं सकता विश्वासघात शायरी