Nojoto: Largest Storytelling Platform

कत्ल सिर्फ जिस्म का ही नहीं होता, भावनाओं का भी ग

कत्ल सिर्फ जिस्म का ही नहीं होता, 
भावनाओं का भी गला घोटा जाता है, 

तमन्नाओ को सुली पे चढाया जाता हैं,
इच्छाओं को मरोड़ दिया जाती है,

आशाओ को छलनी किया जाता हैं,
उम्मीदों को जलाया जाता है,

आकांक्षाओं को दफनाया जाता हैं, 
अरमानों को डुबोया जाता हैं,

कौन कहेता हैं के,
जिस्म से रूह निकल जाए तो मौत हो जाती हैं,

जिस्म में रूह रहकर भी, 
लोग जिंदा लाश बन जातें हैं

©Raj Alok Anand
  #बेइरादा