नहीं चाहिए मुझे तुम्हारी वो एक कप चाय, जिसके लिये तुम खुद को तंग करती हो, कुछ देर और सो जाने दो अपने आँचल के बिछोने में, फिर कब मिलेगा ये बिस्तर न जाने आगे के दिनों में, तू होती है लगता तो सब कुछ है यहाँ, वरना ढूंढता फिरता हूँ वो सब कुछ यहाँ - वहाँ कहाँ आती है मुझको नींद इन करोड़ों के मख़बली बिस्तर में, काश मिल जाता मुझे अपनी माँ का बिछोना एक कोने में, सारी दुनिया घुम ली न जाने कितने शख्शियत से मिला, नेता मिला अभिनेता मिला, मिले कई रिश्ते, सब जगह ढूंढा मगर माँ मुझे तुझ जैसा कोई न मिला, पूछते है लोग मुझे , क्यूँ नही जाता हैं में उस खुदा के दरबार में कहता हूँ बस में उनसे... क्यों जाना मुझे उस दर जब मुझे मिल जाता है , वो खुदा भी मेरी माँ के अवतार में। #nojotohindi #nojotolove #nojotohindi #nojotomusic #nojoto #nojotoapp #love #Iife #music