राष्ट्रीय विचार धारा का गला घोटा, डर के साये मे सीना हुआ छोटा,, कैसा षड्यंत्र कर आवाज दबा लगाया फिर से आपात काल है,, कहा गई वो तुम्हारी शेर सी दहाडे, क्यों पढ़ रहे हो मायनो के पहाड़े, बाला साहेब कहते थे मायनो के सामने हिजड़े झुकाते भाल है,, सत्ता के लिए बन बैठे हो सेक्युलर, दिए हुए संस्कारो को दिया जहर, बाला साहेब भी देख कहेँगे जिन्हे छोड़ आया था क्या यही वे लाल है,, कैद तो कर लिया तुमने अर्णव को, कैसे सील पाओगे उसके लब को, हर और से उठी सत्य की आवाज को कैसे दबा पाओगे ये सवाल है, शेर की दहाड़ भीगी बिल्ली सी हुई, ये जादूगरी मायनो की दिल्ली से हुई,, जो औरो को नचाते थे खुद नाचने लगे अब शिवसेना का ऐसा हाल है,, बन चुके हो तुम सतरंज के मोहरे, सत्ता के मद मे हो चुके अंधे बहरे, संतो की हत्या पर भी चुप्पी साधी आवाज उठाने पर चली गंदी चाल है,, कब तक रख पाओगे उसे जेल मे, कब तक जीत पाओगे घिनौने खेल मे,, अपने ही चक्रव्यूह मे फ़स बेनक़ाब हो गया तुम्हारा हर एक दलाल है,, #पूछता_है_भारत और पूछता रहेगा, देश धर्म का दुश्मन एक ना बचेगा, नई शक्ति के साथ आएगा वो राष्ट्रवादी पहचान उसकी राष्ट्रवाद का वो उबाल है,, लिख दी उसने एक नई इबारत, बच्चा बच्चा जानने लगा "#आर_भारत", कोई उसका बाल भी बाक़ा ना कर पायेगा पूरा भारत उसकी ढाल है,,, #IndiaStandaWithArnab #ArnabGoswamy ✍️नितिन कुवादे.... ©Nitin Kuvade #worldpostday