टूट गए हैं यहाँ सब ख्वाब कि जाम उठाओ आज फिर है दर्द बेहिसाब कि जाम उठाओ वो कशिश वो नफासत वो दौर- ए मोहब्बत अब कहाँ वो लहजो - ताब कि जाम उठाओ न कोई अपना मिला न किसी ने कहा अपना रह गए हाथ में सूखे गुलाब कि जाम उठाओ आज पीने दो जी भर कि गम बहुत है साकी कल न होगी शायद शराब कि जाम उठाओ #NojotoQuote