ये जो बैठे है आसमां तले, कहो ये सच है, कोई ख़्वाबीदा नहीं, यकीं इसलिए भी नहीं होता दरअसल, कभी कोई तुम सा मिला नहीं। छुप कर देख हमें बादलों से वो बिल्कुल भी हटा नहीं, एक टक हमें देखता रहा, चाँद को भी हया नहीं। कर जुल्म चाहे मुझ पे, तेरी जफ़ा भी सज़ा नहीं, मुझे मिलती नहीं वज़ह रंजिश की दिल आज तक तुमसे खफ़ा नहीं। #yqbaba #yqdidi #ohhpoetry ये जो अंधेरे में रहते है ना चांद, ये सब रोशनी की सताये हुए है। Caption Credit- Ravi Chand Punia #yqbaba #yqdidi