ज़िन्दा वो मशाल अब भी हमारे ज़हन में है.... वतन का मज़हब पूछने वाले फिर से इस शहर में हैं... आने दो मैं भी लड़ जाऊंगा उनकी लाठियों से अब.... कि सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं. -दीप #mashaal #sarfaroshikitamanna #onenation