“फूल सी एक इंच मुस्कान” इस भागदौड़ की ज़िन्दगी में अपने लिए वक्त ज़रूरी है। खुशी हो या ग़म चेहरे पर एक इंच मुस्कान होना ज़रूरी है। अनुशीर्षक में👇👇 मुस्कान तो हर दिल को सींचती है। ये हँसी ईश्वर को भी अपनी ओर खींचती है। खुशी की तलाश ना कर जी ले अपनी ज़िन्दगी। अरे मेरे यारों! मुस्कुराना सीख लो जीने के वजह हज़ार मिल जायेंगी। कभी कभी एक हँसी के पीछे दर्द उदासी रहती है। समुंदरों के तल में भी ज़मीन प्यासी रहती है।