यें प्यार भी अज़ीब हैं यें प्यार भी अजीब़ हैं... मैं कभी समझ नहीं पाया इसको !! यें दिल उसी को याद करता है , जो भुल गया हों इसको !! हर घड़ी हर कहीं हर किसी के.. चहरें में बस ढूंढता रहता है उसी को !!