Nojoto: Largest Storytelling Platform

खुशहाली के कपड़े टांगे, बदहाली के तारों पर, हमने ह

खुशहाली के कपड़े टांगे, बदहाली के तारों पर,
हमने हरदम ढंकना सीखा, सिलता रहा किनारों पर ।
खुद में मकड़ी,खुद में जाला, उलझा रहा इशारों पर,
इश्क़ है बेचा, इल्म खरीदा, मकां बनेगा सितारों पर ।। जाल
खुशहाली के कपड़े टांगे, बदहाली के तारों पर,
हमने हरदम ढंकना सीखा, सिलता रहा किनारों पर ।
खुद में मकड़ी,खुद में जाला, उलझा रहा इशारों पर,
इश्क़ है बेचा, इल्म खरीदा, मकां बनेगा सितारों पर ।। जाल
dpsingh1595

D.P. Singh

New Creator