क्या बार बार कहे हम पूरा लिखें या थोड़े में वो बात कहे हम चलो एक ख़्वाब दिखाए तुम स्कॉरपेल कहना सींजर हम समझेंगे आए हाय, मुस्कुराए? सोचते है पूरा लिखें हम पर तुम तो आधे लफ्जों में भी क्या कमाल लगते हो फिरसे पर्सनल होजाए क्या हम ? ये जो बात बात पर अपने प्यार में गिराते हो पुलिस में कंप्लेन कराए क्या हम? -शताक्षी #dednotapost ©Shatakshi Mishra