हवेली को भी प्यार का बुख़ार चढ़ने लगा हैं, महफिले यहाँ भी लगने लगी हैं। पायल के आवाज़ आने लगी हैं, एक अंजान-सा साया हँसने लगा हैं। मेरे साथ खेलने लगे हैं ,मुझे अपना बनाने लगा हैं। #nojoto #kavishala #poetry #love #havali #payal #hashi #khel