Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब किसी एक व्यक्ति का बुराई का साया, परिवार और उसस

जब किसी एक व्यक्ति का बुराई का साया, परिवार और उससे जुड़े दुसरे लोगों का जीवन प्रभावित करने लगे । और बार बार समझाने पर भी वह शख्स कुछ ना समझे। तो अपना अस्तित्व बचाने के लिये ऐसे लोगो व उनका साथ देने वालों का त्याग कर देना ही उचित हैं। इतिहास गवाह हैं, पापी का साथ देने वालों का अन्त कभी भला नही हुआ। 
जैसे राजा रावण की एक गलती उसके पुरे कुल का नाश कर बेठी, पर विभिषण का सही समय पर सच का साथ देना उसे अमर कर गया।
ठीक वैसे ही दुर्योधन और दुशाषन का पाप पुरे कौरव वंश, और उनके अपराध मे उनका साथ देने वाले सभी का काल बन गया।
इससे फर्क नही पड़ता रिश्ता हैं क्या, उससे लगाव क्या हैं। अगर उससे सम्बंधित व्यक्ति गलत हैं, और बार बार समझाने पर भी मार्ग पर नही आ रहा हैं। तो अपने कुल और उसकी भलाई के लिये ऐसे व्यक्ति और उसका साथ देने वाले सभी सम्बन्धो का त्याग कर देना सर्वथा न्याय संगत हैं। फिर वह रिश्ता कोई भी क्यो ना हो।🙏🙏🙏

©आयुष पंचोली 
©ayush_tanharaahi

#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan  #mereprashnmerisoch जब किसी एक व्यक्ति का बुराई का साया, परिवार और उससे जुड़े दुसरे लोगों का जीवन प्रभावित करने लगे । और बार बार समझाने पर भी वह शख्स कुछ ना समझे। तो अपना अस्तित्व बचाने के लिये ऐसे लोगो व उनका साथ देने वालों का त्याग कर देना ही उचित हैं। इतिहास गवाह हैं, पापी का साथ देने वालों का अन्त कभी भला नही हुआ। 
जैसे राजा रावण की एक गलती उसके पुरे कुल का नाश कर बेठी, पर विभिषण का सही समय पर सच का साथ देना उसे अमर कर गया।
ठीक वैसे ही दुर्योधन और दुशाषन का पाप पुरे कौरव वंश, और उनके अपराध मे उनका साथ देने वाले
जब किसी एक व्यक्ति का बुराई का साया, परिवार और उससे जुड़े दुसरे लोगों का जीवन प्रभावित करने लगे । और बार बार समझाने पर भी वह शख्स कुछ ना समझे। तो अपना अस्तित्व बचाने के लिये ऐसे लोगो व उनका साथ देने वालों का त्याग कर देना ही उचित हैं। इतिहास गवाह हैं, पापी का साथ देने वालों का अन्त कभी भला नही हुआ। 
जैसे राजा रावण की एक गलती उसके पुरे कुल का नाश कर बेठी, पर विभिषण का सही समय पर सच का साथ देना उसे अमर कर गया।
ठीक वैसे ही दुर्योधन और दुशाषन का पाप पुरे कौरव वंश, और उनके अपराध मे उनका साथ देने वाले सभी का काल बन गया।
इससे फर्क नही पड़ता रिश्ता हैं क्या, उससे लगाव क्या हैं। अगर उससे सम्बंधित व्यक्ति गलत हैं, और बार बार समझाने पर भी मार्ग पर नही आ रहा हैं। तो अपने कुल और उसकी भलाई के लिये ऐसे व्यक्ति और उसका साथ देने वाले सभी सम्बन्धो का त्याग कर देना सर्वथा न्याय संगत हैं। फिर वह रिश्ता कोई भी क्यो ना हो।🙏🙏🙏

©आयुष पंचोली 
©ayush_tanharaahi

#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan  #mereprashnmerisoch जब किसी एक व्यक्ति का बुराई का साया, परिवार और उससे जुड़े दुसरे लोगों का जीवन प्रभावित करने लगे । और बार बार समझाने पर भी वह शख्स कुछ ना समझे। तो अपना अस्तित्व बचाने के लिये ऐसे लोगो व उनका साथ देने वालों का त्याग कर देना ही उचित हैं। इतिहास गवाह हैं, पापी का साथ देने वालों का अन्त कभी भला नही हुआ। 
जैसे राजा रावण की एक गलती उसके पुरे कुल का नाश कर बेठी, पर विभिषण का सही समय पर सच का साथ देना उसे अमर कर गया।
ठीक वैसे ही दुर्योधन और दुशाषन का पाप पुरे कौरव वंश, और उनके अपराध मे उनका साथ देने वाले