मन तुझे कोई झूठी आस है, देख सच में कितना उदास है, छोड़ दे मोह इस झूठी आस का, उसी में खुश रह जो तेरे पास है ।। हम सब भ्रम में जीते हैं, जो है उसका आनंद नहीं, जो नहीं है.... उसी के लिए भटकते हैं, इस दुविधा में... जो है वो भी छूट जाता है, इंसान हाथ मलता रह जाता है।। #yqquotes