तेरे आगोश में भी आएंगे ऐ मौत, जरा बिखरे है जो ख्वाब उन्हें समेटने तो दे, लगी है जो आग दिल में उसे बुझने तो दे, तेरे आगोश में भी आएंगे ऐ मौत, मिले है जो जख्म हमे उसे भरने तो दे, हमारी तरह उनकी भी आंखे नम तो होने दे, तेरे आगोश में भी आएंगे ऐ मौत, इक बार और दिल्लगी करने तो दे, दिल को एक बार और मचलने तो दे, तेरे आगोश में भी आएंगे ऐ मौत, जरा उनकी गलियों से गुजरने तो दे, तेरे आगोश में भी आएंगे ऐ मौत, एक दफा और उनके लिए हमे मरने तो दे.......✍️ ©Poet of Ranchi #Nojoto #Mout #do_lafzo_ki_kahani #kahani #Poet #poetofnojoto #poetcommunity #ishq